चालाक बीरबल की कहानी – बीरबल की कहानी – chalak birbal
Chalak Birbal Ki Kahani: एक समय की बात है राजा अकबर के दरबार में सभी मंत्री गण सभा में बैठे हुए थे राजा दरबार में किसी प्रकार की बहस को लेकर बातें चल रही थी इसी प्रकार राजा अकबर और राजा बीरबल अपने मंत्री गणों के साथ काफी खुश दिखाई दे रहे थे।
तब ही राज दरबार में एक सेनापति फरमाइश लेकर आता है सेनापति राजा अकबर को बोलता है की महाराज एक व्यापारी आपसे मिलना चाहता है राजा अकबर उस सैनिक को बोलते हैं कि ठीक है आप उस व्यापारी को दरबार में बुलाओ तब सैनिक कुछ समय बाद उस व्यापारी को लेकर राज दरबार में पहुंचता है जब राज दरबार में व्यापारी पहुंचता है तो व्यापारी सभी को प्रणाम करते हुए राजा अकबर को बोलता है।
कि महाराज मैं एक स्वर्ण व्यापारी हूं मेरे पास चार नौकर है कल शाम को मैंने अपने बॉक्स में सो स्वर्ण मुद्राएं रखी थी जब मैं उसे सुबह देखता हूं तो वह मेरे को नहीं मिलती है वह मुद्राएं चोरी हो चुकी थी लेकिन मेरे को यह समझ में नहीं आ रहा था कि यह जो स्वर्णमुद्र है चोरी किसने की मैं और मेरे चार नौकर के अलावा मेरे घर में और कोई नहीं आता है।
मैं समझ सकता हूं कि चोरी 4 नौकरों में से किसी एक ने चोरी की है यदि मैं उनको मारपीट कर चोरी का पता लगाता हूं तो मेरे बाकी के तीन नौकर मेरा काम छोड़ कर चले जाते हैं इसलिए मैं निवेदन करता हूं कि आप मेरी इस समस्या का समाधान करें तब राजा अकबर बोलते हैं कि ठीक है कल आप उन चारों नौकरों के साथ दरबार में उपस्थित होना इतना कहने के बाद वह व्यापारी दरबार से चला जाता है।
दूसरे दिन वह व्यापारी अपने चारों नौकरों के साथ राजा के दरबार में पहुंचता है तब राजा बोलते हैं कि यह वह चार नौकर है जो आपके साथ मिलकर काम करते हैं व्यापारी से बोलते हैं कि महाराज यह 4 नौकर है जो मेरा काम करते हैं तब राजा अकबर ने बीरबल की ओर इशारा करते हुए बोलते हैं कि आप इस समस्या का समाधान करूं तब राजा बीरबल बोलते हैं कि महाराज इस समस्या का समाधान मेरे को पता है मैं इसका समाधान कर सकता हूं तब राजा बीरबल बोलता है कि मेरे पास कुछ जादुई छड़ीया है जिसकी मदद से में पता लगा सकता हूं कि इन चारों में से कौन चोर है।
राजा बीरबल अपने पास से चार छड़ियां निकालता है और उन चारों नौकरों को एक-एक कर के दे देता है और बोलते हैं कि जिसने भी चोरी की है उसके पास यह छड़ी 4 इंच लंबी हो जाएगी नौकर उस छड़ियों को लेकर अपने अपने घर चले जाते हैं रात के समय एक नौकर सोचता है कि इस घड़ी को कैसे पता चलेगा कि मैं चोर हूं यह बीरबल ने बोला था कि जिसके पास छड़ी होगी उसके पास 4 इंच छड़ी बढ़ जाएगी। मैं ऐसा करता हूं कि पहले ही 4 इंच छड़ी को छोटी कर देता हूं जिससे राजा बीरबल को पता ही नहीं चल पाएगा कि चोर कौन है।
तब उस नौकर ने उस घड़ी को 4 इंच छोटा कर देता है दूसरे दिन जब चारों नौकर के साथ व्यापारी राजा के दरबार में पहुंचता है तब बीरबल उन चारों से अपनी अपनी छड़ी लाने को बोलता है चारों नौकर अपनी अपनी छड़ी लेकर राजा बीरबल के सामने उपस्थित हो जाते हैं। जब पहले नौकर से छड़ी मांगते हैं तो उस छड़ी का आकार उतना ही था जितना पहले था राजा बीरबल ने उस व्यक्ति को अपने घर जाने के लिए बोलते हैं।
- चालाक बीरबल ने चोर का पता कैसे लगाया ?
चालक बीरबल ने एक साधारण छड़ी के माध्यम से उस चोर का पता लगाया था।
जब दूसरे व्यक्ति की बारी आती है तो उसकी छड़ी भी उतनी ही थी जितनी पहले वाले की थी राजा बीरबल ने उसको भी घर जाने के लिए बोल देता है। उसके बाद जब तीसरे नौकर की बारी आती है तब उस नौकर ने अपनी छड़ी को राजा बीरबल के हाथों में देता है वह छड़ी का आकार भी उतना ही था जितना पहले दो लोग नौकरों के छड़ी का आकार था राजा बीरबल ने उसको भी घर जाने की इजाजत दे देता है।
चालाक बीरबल: chalak birbal ki kahani
जब लास्ट चार नंबर वाले की बारी आती है तब वह नौकर अपनी छड़ी निकालकर राजा बीरबल के हाथों में देता है जब राजा बीरबल उस छड़ी को देखता है तो वह छड़ी बाकी छड़ी उसे 4 इंच कम दिखाई देती है तब नौकर बोलता है कि महाराज मैंने आपको छड़ी दे दी है क्या अब मैं घर जा सकता हूं राजा बीरबल बोलते हैं कि आप घर नहीं जा सकते आपने ही चोरी की है। नौकर बोलता है कि महाराज मैंने किसी प्रकार की कोई चोरी नहीं की तब राजा बीरबल बोलते हैं कि जब आपने किसी प्रकार की कोई चोरी नहीं की है तो यह छड़ी 4 इंच कम कैसे हो गई।
नौकर अपने ही जाल में फंस जाता है और वह चोरी कबूल कर लेता है की महाराज मुझे क्षमा कर दो मैंने ही चोरी की है तब मैं उस चोरी का माल वापस अपने सेठ को लौटा दूंगा। तब राजा अकबर बोलते हैं कि आपने यह किस प्रकार किया तब राजा बीरबल बोलते हैं कि महाराज यह किसी प्रकार की कोई जादुई छड़ी नहीं है एक साधारण छड़ी है
लेकिन जब मैंने इन चारों को दी तो मैंने एक बात बोली कि जिसके पास जितने भी चोरी की है उसके पास यह छड़ी 4 इंच लंबी हो जाएगी जब उस चोर ने सोचा कि मेरे पास यह 4 इंच लंबी होगी तो उससे पहले ही उस चोर ने इस घड़ी को 4 इंच कम कर दिया।
जिसकी वजह से वह अपने जाल में ही फस गया इस प्रकार से अपनी बीरबल ने अपनी चालाकी के माध्यम से उन चोरों का पता लगाकर स्वर्ण व्यापारी न्याय दिलाया।
राजा अकबर काफी खुश हुआ और बोला कि आप की जितनी तारीफ करें उतना ही कम है इस प्रकार से बीरबल की चालाकी देखने को मिलती है।