मौत का दरवाजा एक रहस्यमय कहानी – Maut Ka Darwaza

Rate this post

मौत का दरवाजा – पंचतंत्र की कहानियां – Maut Ka Darwaza  

आज हम इस लेख में Panchtantra ki kahaniyan में मौत का दरवाजा के रहस्य के बारे में जानने वाले है की इस maut ka darwaza का रहस्य क्या है ।

एक समय की बात है एक जंगल में एक शेर रहा करता था वह शेर जंगल का राजा था एक दिन वह जंगल के सभी जानवरों को मीटिंग करने के लिए बोलता है सभी जानवर शाम को एक जगह होकर बातें करना शुरू कर देते हैं।  

तब ही जंगल के राजा शेर वहां पर पहुंचता है और उन सभी को बोलता है कि हमारे जंगल में ऐसा क्या हो रहा है जो आए दिन हमारे साथी कम होते जा रहे हैं जिससे जंगल खाली खाली लगने लग रहा है इसके पीछे क्या कारण है तभी बंदर एक बंदर बोलता है कि कहीं कोई भूत तो नहीं है जो हमारे साथियों को खा रहा है।

और पढ़े: 100+ Short Story In Hindi

उसके बाद एक लोमड़ी बोलती है कि कहीं कोई शिकारी तो नहीं है जो हमारे सभी साथियों का शिकार करके ले जा रहा है तभी जंगल के राजा शेर बोलता है कि इसका तो पता लगाना ही होगा तुम सभी को मेरा कहां मानना होगा हम सभी एक ही जगह रहेंगे जिससे हमें पता लग सके कि जंगल के सभी सभी जानवर कम क्यों हो रहे हैं और कहां जा रहे हैं।

यह मेरा आदेश है जो लोग मेरे साथ नहीं रहना चाहते वह जंगल के बाहर रहेंगे और यह मेरा लास्ट फैसला है उसके बाद जंगल के राजा शेर के साथ सभी जंगल वासी एक जगह रहने लगते हैं काफी दिन बीत जाने के बाद उन जानवरों में से खरगोश दिखाई नहीं देता है वह लोग सभी परेशान हो जाते हैं कि आखिर खरगोश गया तो कहां गया।

maut ka darwaza

उसके बाद शेर बोलता है कि इसका पता कैसे लगाएं कि वह कहां गया है तभी एक बंदर बोलता है कि यदि हम रात को सभी एक एक करके गुफा के बाहर दरवाजे पर पहरा दे तो शायद हमको पता चल सके कि सभी जानवर कहां जा रहे हैं शेर बोलता है कि हां यह आईडिया ठीक है उसके बाद रोज एक-एक करके उस दरवाजे पर पहरा देना शुरू कर देते हैं।

और पढ़े: 3 मुर्ख पंडित मजेदार हिंदी कहानी 

तब ही 1 दिन भालू का नंबर होता है दरवाजे पर पहरा देने का तब देखता है कि गुफा के अंदर से एक हिरण बाहर निकल कर जाता है उसके पीछे पीछे भालू भी चल पड़ता है नदी में पानी पीने लगता है यह देखकर भालू वापस पीछे आने लगता है तब ही अचानक देखता है कि दो पेड़ों के बीच से एक दरवाजा खुलता है और उसके अंदर से राक्षस जैसा हाथ बाहर निकल कर उस हिरण को पकड़कर अंदर ले जाता है।

मौत का दरवाजा का रहस्य: Panchtantra ki kahaniyan in hindi

भालू देखकर बहुत हैरान हो जाता है वह उस पेड़ के पास पहुंचने से पहले ही दरवाजा बंद हो जाता है भालू काफी ज्यादा परेशान होकर अपनी गुफा में चला जाता है और उस दरवाजे के बारे में सभी बात अच्छे से उन सभी जानवरों को बताता है तब वह सभी जानवर उस दो पेड़ों के दरवाजे खोलने वालों के पास आकर देखने लगते हैं तब हाथी बोलता है कि आपने कोई वहम तो नहीं देखा है भालू ने कहा कि मैंने कोई वहम नहीं देखा है यह सत्य है।

काफी देर बाद दरवाजा नहीं खुलने पर परेशान रहते हैं उसके बाद एक बंदर कहता है कि दरवाजा तो खुल ही नहीं रहा मैं नदी में पानी पी कर आता हूं जैसे ही बंदर नदी में पानी पीने जाता है तो उस दो पेड़ों से दरवाजा खुलता है और राक्षस जैसा हाथ बाहर निकलकर बंदर को पकड़ के अंदर ले जाता है ऐसा देखकर जंगल के सभी जानवर भी उस दरवाजे के अंदर चले जाते हैं।

और पढ़े: नई सोने की कुल्हाड़ी वाली कहानी

जब सभी जानवर दरवाजे के अंदर जाने के बाद वहां देखते हैं कि वहां तो कुछ अलग ही नजारा देखने को मिलता है तब वहां पर एक बहुत बड़ा राक्षस जैसा आदमी दिखाई पड़ता है वह बोलता है कि आपको मैंने यहां अंदर आने ही नहीं दिया अर्थात आपको मैं यहां लेकर ही नहीं आया तो आप अंदर कैसे आए आप वापस चले जाओ उसके बाद सभी जानवर बोलते हैं कि हम वापस को चले जाएंगे हमारे साथी एक-एक करके कम हो रहे हैं इसका मतलब हमारे साथियों को आप ही इस दरवाजे के अंदर लाए हैं अर्थात हमारे साथियों को हमारे साथ जाने दो।

तब वह राक्षस बोलता है कि यह एक मौत का दरवाजा है इसके अंदर आने के बाद वापस नहीं जा सकता तब हाथी बोलता है कि अभी तो आप बोल रहे थे कि आप सभी यहां से चले जाओ अभी आप बोल रहे हो कि इस दरवाजे के अंदर आने के बाद कोई भी नहीं जा सकता तब राक्षस बोलता है कि मैं इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि मैं आपको लेकर नहीं आया इसलिए आप जा सकते हैं तब हाथी बोलता है कि हम सभी बाहर चले जाएंगे।

लेकिन इससे पहले हमें यह बताओ कि इस दरवाजे का नाम मौत का दरवाजा क्यों पड़ा और हमारे दोस्त जो आप पकड़ कर यहां लेकर आते हो उनका आप क्या करते हो इसके बारे में हमें डिटेल्स में समझाओ तब राक्षस बोलता है कि यदि आपको यही देखना है तो मेरे पीछे आओ राक्षस के पीछे सभी जानवर चले जाते हैं उसके बाद जैसे ही देखते हैं कि उनके सभी जंगली जानवर जो उनके दोस्त थे वह किसी दूसरे जानवरों की सहायता कर रहे थे और खुश दिखाई दे रहे थे।

और पढ़े: दो भाइयों में गाय का बंटवारा

इतने में ही राक्षस बोलता है कि मैं इन सभी को एक-एक करके इसलिए लाता हूं ताकि यह सभी मिलकर इन घायल जानवरों की सहायता कर सकें और अकेला महसूस ना होने दें उसके बाद हाथी बोलता है कि आपने इसके बारे में तो बता दिया।

अब इसके बारे में बताओ कि इस दरवाजे का नाम मौत का दरवाजा कैसे पड़ा तब वह राक्षस बोलता है कि कुछ समय पहले यह एक जादुई जंगल था जिसमें काफी सुंदरता दिखाई देती थी लेकिन एक समय एक राक्षस और एक राक्षसी परी मिलकर यहां के जानवरों को परेशान करने लगती है उनको तड़पाना शुरु कर देती है उससे परेशान होकर उसके बाद मैं और मेरे साथ एक परी ने मिलकर उन दोनों राक्षसों को बंदी बना लिया।

उसके बाद जो जानवर घायल हुए हैं उनके इलाज करता हूं जैसे ही किसी की आवश्यकता होती है मैं रात के समय अंधेरे में जब कोई पानी पीने आता है तो मैं उसको पकड़ कर अंदर ले आता हूं और उसको सहायता के लिए भेज देता हूं तब जंगल का राजा शेर बोलता है कि हम आपके सभी जानवरों की सहायता करने के लिए तैयार है।

लेकिन हमें हमारे सभी दोस्तों के साथ जाने की अनुमति दें हम आपको वचन देते हैं कि आप जब भी हमें आवाज देकर बुलाएंगे हम आपके साथ तुरंत आपके पास आ जाएंगे इन जानवरों की सेवा के लिए ।

और पढ़े:  मूर्ख लोमड़ की मजेदार कहानी 

उसके बाद राक्षस उन सभी जानवरों को आजाद कर देता है जब भी किसी की सहायता की आवश्यकता होती है तो वह राक्षस उस दरवाजे से आवाज लगाकर बुला लेता है और वह जानवर उस दरवाजे के अंदर जाकर उनकी सहायता करके वापस लौट आते हैं इस प्रकार से उस दरवाजे का नाम मौत का दरवाजा पड़ा।

शिक्षा: आस पास की चीजों पर ध्यान रखना उचित होता है 

 

Leave a Comment